कोटेदार पर ग्रामीणों ने  गंभीर आरोप लगाकर न्याय की लगाई गुहार

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-मोहम्मद अजमल
बाराबंकी उत्तर प्रदेश

तहसील रामसनेहीघाट क्षेत्र के पूरे पहलवान मजरे धारूपुर निवासी रामसेवक पुत्र स्वर्गीय रामप्रसाद गोड़िया ने गांव के कोटेदार के ऊपर मारपीट व गल्ला ना देने का गंभीर आरोप लगाते हुए

क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट से न्याय की गुहार लगाई है पीड़ित का कहना है कि जब मैं13/07/2021 को सुबह लगभग 10:00 बजे सरकारी गल्ले की दुकान पर गल्ला लेने गया

तो वहां पर कोटेदार के पुत्र शिवशंकर गुप्ता व गुड्डू गुप्ता के द्वारा झाड़ू लगाकर इकट्ठा किये गये गल्ले को भरने के लिए कहा गया। अंतोदय कार्ड धारक रामसेवक गोड़िया ने कचरा युक्त राशन लेने से इनकार किया।

तो वहां पर मौजूद कोटेदार के पुत्रों ने नाबालिकअनाथ बच्चे की जमकर पीटाई कर दीऔर जान से मार डालने की धमकी देते हुए दोबारा गल्ला न लेने आने की बात कही इतना ही नहीं उस अनाथ व गरीब बच्चे के पक्ष मे बोलने वाले गरीब ग्राम वासियों को उल्टा कोतवाली असंद्रा में बंद करवा दिया।

असंद्रा कोतवाली की पुलिस द्वारा पीड़ित पक्ष मे बोलने वालों को बंद करना मानवता को शर्मसार करने वाली कार्यशैली है।ऐसी कहानियां अक्सर फिल्मों में देखने व सुनने को मिलती थीकि गांव के दबंगों,जमीदारों द्वारा गरीबों को उल्टा अपने घरों में चोरी डकैती के इल्जाम में फंसाकर पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जाता था

वह कहानियां आज भी कहीं ना कहीं चर्चा का विषय बनी हुई हैं इस मामले में यह कहानी बिल्कुल सटीक बैठती हैं मामला गांव में चुनावी रंजिश को लेकर तूल पकड़ता जा रहा है वर्तमान प्रधान कोटेदार का बड़ा पुत्र है जिसके कारण कोटेदार के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।

हर माह गरीबों को वितरण करने वाला राशन न बांटना व उनके साथ मारपीट करना इनका पेसा बन गया है ऐसे में विभागीय उच्चाधिकारियों द्वारा ध्यान न देने पर सरकार की साफ सुथरा छवि को लुटेरे कोटेदार धूमिल करने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगें ।

आपको बताते चलें कि यह पूरा मामला असंद्रा कोतवाली क्षेत्र के पूरे पहलवान मजरे धारू गांव का हैं।जहाँ गांव के कोटेदार रामसनेही पुत्र रामसागर गुप्ता की कार्यशैली गांव में चर्चा का बिषय बनी हुई है।

गांव में गरीब अनाथ बच्चे के साथ मारपीट व राशन न देने से गांव में काफी रोष ब्याप्त है।ग्रामीणों का यह भी कहना है कि प्रधान के द्वारा लगातार गरीब ग्रामीणों को यह धमकियां दी जा रही हैं कि जो लोग चुनाव मेरे साथ नही थे।उनको राशन नहीं दिया जाएगा।साहब क्या प्रजातंत्र मे मताधिकार एक गुनाह है।

जबकि संविधान मे यह साफ साफ दर्शाया गया है कि हर भारतीय नागरिक का मताधिकार एक जन्म सिद्ध अधिकार है।अब देखना यह है किआखिर मामले आलाधिकारियों द्वारा उचित कार्यवाही की जाती है।या मामले को दबाकर यूं ही इति श्री कर ली जाती है।

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