15 दिवसीय ऐतिहासिक रामलीला में जुट रहें हैं हजारों की सांख्या में दर्शक
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-बद्री विशाल अवस्थी
रामनगर बाराबंकी
स्थानीय तहसील अंतर्गत गनेशपुर में रामलीला भवन के पास जिले का डायट,व बैंक ऑफ इंडिया बैंक,रानी कोठी व व्यापार के लिए मशहूर गनेशपुर में विगत वर्ष की भांति इस वर्ष रामलीला का सुभारम्भ 8 अक्टूबर को गणेश पूंजन करके शुरू किया गया,
रामलीला 22 अक्टूबर तक राज्याभिषेक तक चलती है।रामलीला कमेटी के संरक्षक रामकुमार पाठक ने बताया प्रत्येक वर्ष की तरह समाज शिक्षा केन्द्र गनेशपुर में ऐतिहासिक रामलीला की जाती है ।
रामलीला सांयकालीन 7 बजे से प्रारंभ होकर देर रात्रि तक होती रहती है।गनेशपुर की ऐतिहासिक रामलीला बहरामघाट के स्थानीय कलाकारों द्वारा बढ़ चढ़कर सुंदर कार्यक्रम में भाग लेकर 15 दिनों तक लगातार सबके सहयोग से चलती रहती है।
सबसे पहले रामलीला के कलाकारों द्वारा गनेशपुर रामलीला में गणेश पूजन करके रामायण का पाठ प्रतिदिन एक घंटा किया जाता है तत्पश्चात, प्रतिदिन की रामलीला कलाकारों द्वारा की जाती है।
सर्वप्रथम गणेश पूजन उसके बाद नारद मोह,रावण जन्म,राम जन्म,सीता जन्म,
ताड़का वध,नगर फुलवारी,धनुष यज्ञ सीता स्वयंवर,सूर्पनखा की नाक काटना, सीता हरण लंका दहन,लक्ष्मण सक्ति, कुंभकर्ण वध,मेघनाथ वध,रावण वध भरत मिलाप करके ,राजसिंहासन गद्दी का कार्यक्रम करके लवकुश लीला कर एक दिन नृत्य नाटक कर दसहरा मनाया जाता है।
सम्पूर्ण रामलीला करने के बाद रामलीला के कलाकारों को सम्मान पूर्वक विदा किया जाता है
आपको बता दे गनेशपुर की ऐतिहासिक रामलीला 100 वर्षो से लगातार चल रही है।सैकड़ो गाँव के लोग गनेशपुर की रामलीला देखने आते है।रामलीला में पुराने कलाकार आज भी चर्चित है।
जिनकी कलाकारी मन मोह लेती है।पुराने कलाकारों में स्वर्गीय सूर्यभान शुक्ल,हरिशंकर त्रिवेदी,रामकुमार गुप्ता,राजकुमार निगम,बलराम गुप्ता, शिवराम गुप्ता, दीपू अवस्थी,चंद्रप्रकाश मिश्र,रामशंकर सोनी,राजेश मिश्रा,अमित गुप्ता,
रामकुमार शुक्ल,अश्वनी पाण्डेय,आशीष शुक्ल आदि कलाकारों का गनेशपुर की ऐतिहासिक रामलीला में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।