रजिस्ट्रार कानूनगो ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देने का किया अनुरोध
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-शिवशंकर तिवारी
रामसनेहीघाट बाराबंकी।
गुरुवार को दीपावली के अवसर पर दोपहर में एसडीएम द्वारा तहसील बुलाए जाने से छुब्ध रजिस्ट्रार कानूनगो ने डीएम को पत्र भेजकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देने का अनुरोध किया है।
स्थानीय तहसील में तैनात रजिस्ट्रार कानूनगो राजेंद्र प्रसाद ने जिलाधिकारी को पत्र भेजते हुए कहा है कि 4 नवंबर को दीपावली के दिन वह घर पर था तभी करीब दोपहर 1:30 बजे एसडीएम ने फोन करके कहा कि ईस तरह से घर पर बैठ कर दीपावली मनाने से काम नहीं चलेगा इस तरह से मैं तुम लोगों को काम नहीं करने दूंगा।
राजेंद्र प्रसाद ने पत्र में आगे कहा है कि उसकी पत्नी अक्सर बीमार रहती है तथा बच्चे भी बाहर रहते हैं त्यौहार एवं अवकाश के मौके पर घर का कुछ काम भी निपटाना रहता है। इसी बात से एसडीएम नाराज हो गए और फोन पर ही मेरा मानसिक उत्पीड़न किया।
रजिस्ट्रार कानूनगो ने पूरे मामले की जांच करा कर कार्रवाई किए जाने के साथ ही डीएम से अनुरोध किया है कि उसे शासकीय कार्य से मुक्त करते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की जाए।
अधूरे कार्यों के बारे में जानकारी के लिए गया था बुलाया इस मामले में एसडीएम विजय कुमार त्रिवेदी ने बताया कि रजिस्ट्रार कानूनगो के कई कार्य अधूरे पड़े हैं विगत 3 दिनों से वह ऑफिस भी नहीं आए
जबकि मैं बराबर ऑफिस में बैठकर कार्यों को पूरा करवा रहा हूं गुरुवार को अधूरे कार्यों के बारे में जानकारी के लिए राजेंद्र प्रसाद को बुलाया गया था लेकिन उन्होंने न सिर्फ आने से इनकार कर दिया बल्कि कहा कि मैं कभी ऑफिस नहीं आऊंगा।
उनके अधूरे कार्यों तथा मेरे साथ की गई अभद्रता की शिकायत जिलाधिकारी से की जाएगी।
रजिस्ट्रार कानूनगो की बीआरएस लेने की चर्चा
शनिवार को दिन भर तहसील कर्मचारियों में होती रही जहां कई लोग इसे कर्मचारी का उत्पीड़न बता रहे थे वहीं कुछ लोग एसडीएम की तेजतर्रार छवि की प्रशंसा करते भी दिखे।