अफ़ग़ानिस्ताान में बढ़ती हिंसा से ईरान चिंतित, कहा ढूंढा जाए समाधान

नई दिल्ली
ईरान की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा के सचिव ने अफ़ग़ानिस्ताान में बढ़ती हिंसा के बारे में चेतावनी दी है।

अली शमख़ानी ने बुधवार को भारत की राजधानी नई दिल्ली में क्षेत्रीय सुरक्षा की तीसरी बैठक में भाग लिया।  उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अफ़ग़ानिस्तान के संदर्भ में हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं वे, क्षेत्र में विस्तारवादियों की नीतियों को आगे बढ़ाने की भूमिका बन सकती हैं।

अली शमख़ानी के अनुसार एक ओर तो अफ़ग़ानिस्तान में दाइश और तकफ़ीरियों सहित आतंकी गुटों की उपस्थिति में वृद्धि हो रही है और दूसरी ओर वहां पर सांप्रदायिक हिंसा के फैलने का डर है।

इन बातों ने अफ़ग़ानिस्तान के पड़ोसियों और उसके ग़ैर पड़ोसियों सबको चिंता में डाल दिया है।
ईरान की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा परिषद के सचिव ने कहा कि तेहरान, अफ़ग़ानिस्तान की वर्तमान तीन महत्वपूर्ण बातों से बहुत चिंतित है।

एक तो कुछ देशों द्वारा अफ़ग़ानिस्तान में तकफीरी आतंकवादियों को पहुंचवाना, वहां पर बढ़ती हुई निर्धन्ता और मानवीय संकट।

उन्होंने बताया कि इस्लामी गणतंत्र ईरान तीस लाख से अधिक अफ़ग़ानियों को शरण दिये हुए है।  अली शमख़ानी का कहना था कि इनपर होने वाले ख़र्च में से 96 प्रतिशत स्वयं ईरान वहन कर रहा है और लगभग 4 प्रतिशत ख़र्च, अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं के माध्यम से आता है।

ईरान की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा परिषद के सचिव अली शमख़ानी ने यह भी कहा कि अफ़ग़ानिस्तान के बारे में कुछ अन्य बातों पर ध्यान देकर उनका जल्द ही समाधान करना चाहिए जैसे अफ़ग़ानिस्तान के अरबों डाॅलरों को अफ़ग़ानी जनता को वापस दिलाने के लिए अमरीका पर दबाव डालना,

वहां पर सक्रिय दाइश और अन्य तकफ़ीरी गुटों का मुक़ाबला करना और अफ़ग़ानी लोगों के पलायन को रोकना आदि।
सोर्स-शोशल मीडिया

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