सरकारी भूमि को खाली कराना तो दूर, सरकारी भवन खाली नहीं करा पा रहा है प्रशासन

न्यूज 22 इंडिया
बाराबंकी उत्तर प्रदेश
जनपद के विकास खंड सिद्धौर की 96 ग्राम पंचायतों में प्रशासन द्वारा पंचायत भवन पर पंचायत सहायकों की नियुक्ति कर दी गई। लेकिन ज्यादातर पंचायत भवनों में ताला ही लटक रहा है।

इतना ही नहीं एक ग्राम पंचायत के पंचायत भवन पर गांव के ही एक व्यक्ति का कब्जा है‌‌। इसकी शिकायत ग्राम प्रधान ने  जिलाधिकारी से कर पंचायत भवन खाली करवाने की मांग की ।फिर भी अभी तक पंचायत भवन से कब्जा नहीं हटाया जा सका है।

     प्रशासन द्वारा लाखों रुपयों की लागत से पंचायत भवनों का निर्माण कराया गया।लाखों रुपए खर्च कर कंप्यूटर फर्नीचर इनवर्टर आदि की भी व्यवस्था की गई। प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक पंचायत सहायक की तैनाती भी कर दी गई है।

लेकिन अभी तक ज्यादातर पंचायत भवनों में न तो कंप्यूटर लगा है और न ही पंचायत सहायक पहुंच रहे हैं। अभी भी पंचायत भवनों में ताला लटक रहा है। जबकि लगभग 6 माह से पंचायत सहायक को बिना किसी काम के मानदेय का भुगतान भी किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत असदामऊ सोहावा नूरापुर छतौरा ढेड़िया का भवन ही अधूरा पड़ा इसके अलावा गंजरिया ग्राम पंचायत मे पंचायत भवन का निर्माण कराया गया था। लेकिन इस पंचायत भवन पर गांव के ही एक दबंग व्यक्ति का कब्जा है और वह अपने घर की गृहस्थी तक इसी पंचायत भवन में रखे हुए हैं।

इस पंचायत भवन के आसपास अपनी दबंगई के चलते प्रधान और सचिव को फटकने तक नहीं दे रहा है। जिसके चलते आज तक इस पंचायत भवन में एक भी खुली बैठक का आयोजन तक नहीं हो सका है। गणतंत्र दिवस पर पुलिस प्रशासन के सहयोग से इस पंचायत भवन पर ध्वजारोहण तो करा दिया गया‌।

लेकिन उसके बाद पुनः उसी व्यक्ति ने अपना कब्जा कर लिया।जबकि शासन की मंशा थी कि प्रत्येक ग्राम पंचायत के पंचायत भवन में कंप्यूटर फर्नीचर सीसीटीवी कैमरा इनवर्टर आदि सामग्री लगाकर इसी पंचायत भवन पर पंचायत सहायक  बैठ कर‌ ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर नकल जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ-साथ ग्राम पंचायत की समस्याओं का निस्तारण कराना तथा ग्राम पंचायत का डाटा कलेक्ट करना था।

लेकिन विकास खंड सिद्धौर के अधिकांश पंचायत भवनों में ताला  लटक रहा है। पंचायत भवन कन्हवापुर,दुरौधा, इसरौली सारी  सैदनपुर भेड़िया बिबियापुर घाट  सरायमीर लाखूपुर सहित अन्य पंचायतों का भी यही हाल है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी यशोवर्धन सिंह का कहना है कि ग्राम पंचायत गंजरिया के पंचायत भवन पर गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा कब्जा करने का मामला संज्ञान में है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर पंचायत भवन खाली कराने के लिए प्रयास किया गया था।लेकिन जिस व्यक्ति द्वारा पंचायत भवन पर कब्जा किया गया है उसके द्वारा न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त है।  प्रधान और सचिव को भी अपना पक्ष न्यायालय के समक्ष रखने के निर्देश दिए गए हैं।

इसके अलावा जिन ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायक ने तैनाती स्थल पर बैठकर काम नहीं करते हैं उनकी जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट-रणविजय सिंह

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