खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालयों का निरीक्षण कर अनुपस्थिति मिले अध्यापकों पर की कार्यवाई
न्यूज 22 इंडिया
रामसनेहीघाट बाराबंकी
खंड शिक्षा अधिकारी बनी कोडर चन्द्र शेखर यादव द्वारा बुधवार को विकासखण्ड के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में प्रातः 8:15 बजे प्राथमिक विद्याल सड़वा भेलू बंद पाया गया ।
विद्यालय में कोई स्टाफ ना देख कर खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय में कार्यरत दोनो अध्यापको एवम शिक्षामित्रो का वेतन अवरूद्ध करते हुए कार्यवाही हेतु पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रेषित कर दिया। प्रातः 8:40 बजे प्राथमिक विद्यालय रसूलपुरदिलावल पुर का निरीक्षण किया गया जहां पर विद्यालय में प्रधानाध्यपिका को अनुपस्थित पाए जाने पर उनका वेतन रोक दिया गया।
इसी प्रकार उच्च प्राथमिक विद्यालय हाजीपुर में कार्य सहायक अध्यापक सत्यपाल सिंह यादव अनुपस्थित पाए गए । प्राथमिक विद्यालय पूरे दूलम में कार्यरत सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिली। कंपोजिट स्कूल सिल्हौर में कुसुमलता वर्मा अमित कुमार सहायक अध्यापक एकता कुमारीअनुदेशक अनुपस्थित मिली
प्राथमिक विद्यालय भरहे म उ में कार्यरत सहायक अध्यापिका अमिता पांडे चिकित्सीय अवकाश पर मिली । खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा इसके अतिरिक्त प्राथमिक विद्यालय हाजीपुर ,प्राथमिक विद्यालय शंकरगढ़ ,प्राथमिक विद्यालय हाजीपुर ,प्राथमिक विद्यालय चौरी सहित दर्जनभर विद्यालयों का निरीक्षण किया गया।
इन विद्यालयों में शिक्षण कार्य संचालित पाया गया । खंड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण से अध्यापकों में हड़कंप मच गया है। खंड शिक्षा अधिकारी बनीकोडर चंद्रशेखर यादव ने बताया कि विद्यालयों का निरीक्षण लगातार होता रहेगा एवं लापरवाह अध्यापकों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
खंड शिक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि सभी अध्यापकों को निर्देशित कर दिया गया है कि वे समय से विद्यालय में पहुंचकर शैक्षिक गुणवत्ता में अपना सहयोग करें। विद्यालय अवधि में विद्यालय ना छोड़े किसी भी स्थिति में विद्यालय छोड़ने पर कार्रवाई की जाएगी ।
इसके साथ खण्ड शिक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि विकासखण्ड के अच्छे स्कूलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। विकासखंड के कुछ विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चल रही हैं कई विद्यालयों में छात्र नामांकन लगभग 300 से ऊपर हो गया है। इसी तरह कुछ विद्यालयों के बच्चे नवोदय एवं विद्या ज्ञान परीक्षा में उत्तीर्ण हो रहे हैं ऐसे विद्यालयों को शैक्षिक सपोर्ट प्रदान किया जाएगा एवं उनके स्टाफ और बच्चे को प्रोत्साहित किया जाएगा ।
ऐसे स्कूलों को विकासखंड में मॉडल स्कूल के रूप में स्थापित किया जाएगा जिससे अन्य सभी विद्यालयों से प्रेरणा ले सके । खण्ड शिक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि विद्यालय निरीक्षण निरन्तर जारी रहेगा ।