बाढ़ को देखते हुए ग्रामीणों ने तटबंध पर डेरा डालना किया शुरू

न्यूज 22 इंडिया
सूरतगंज बाराबंकी
रामनगर तहसील क्षेत्र में हर्ष वर्ष की तरह इस बार भी घाघरा नदी ने तबाही मचाना शुरू कर दी है। आपको बताते चले कि हेतमापुर धाम के घाघरा सरयू नदी एक बार फिर स्थानीय गामीणो में हलचल मचा दी हैं।

जो इस बार कटान जोरों पर है साथ ही घाघरा सरयू नदी के किनारे बसे गांवों में पानी भरना शुरू हो गया है। जिससे गांव वालो में हर साल की तरह अफरा तफरी मच गई और एका एक घर छोड़ना शुरू कर दिया हैं, और तटबंधे पर अपना त्रिपाल तानकर कर डेरा डारना प्रारम्भ कर दिया हैं।

वहीं दूसरी ओर जलस्तर के उतार चढ़ाव से घाघरा नदी ने कटान काफी ज्यादा शुरू कर दिया है। जो तराई क्षेत्र के हेतमापुर के पास स्थित घाघरा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए, नदी के किनारे बसे करीब दर्जनों गांवों की कृषि योग्य भूमि का तेजी से कटान कर रही है।

जिसमें सैकड़ों बीघा जमीन घाघरा में कट कर समा गई है। घाघरा ने हेतमापुर क्षेत्र में ढकेलू पुत्र कर्ताराम, मनीराम पुत्र रामनाथ, बाराती लाल पुत्र मिश्रीलाल, संकुन्तला प्रसाद पुत्र भगौती प्रसाद, राम अभिलाक पुत्र कनौजी लाल, गोबरे पुत्र जगन्नाथ, कल्लू पुत्र रामसागर ,

झब्बर पुत्र रामसागर, राजकुमारी पत्नी रामसागर आदि दर्जनों किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन पानी के तेज बहाव के चलते नदी में समा गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि घाघरा नदी द्वारा किए जा रहे कटान की कोई भी विभाग सुध नहीं ले रहा है।

जब कि कई घरों में बाढ़ का पानी भरना शुरू हो जा चुका है। जिसको देखते हुए लोग परिवार के साथ बंधे पर डेरा डालना शुरू कर दिया हैं। किसानों का कहना है कि प्रशासन कटान रोकने का कोई उपाय नहीं किया है,

न ही अभी तक कोई नाव की व्यवस्था की गई है। जिससे लोगों की जमीन नदी में कटी जा रही है।
रिपोर्ट-सत्यवान पाल

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