टूटी बाउंड्रीवाॅल बनाकर किए गये भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की गई कोशिश
न्यूज 22 इंडिया
फतेहपुर बाराबंकी
नगर पंचायत द्वारा ग्राम डमौरा में बनाए जा रहे मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट की मानक विहीन बनी बाउंड्रीवॉल के गिरने की खबर प्रसारित होने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर ठेकेदार द्वारा दोबारा दीवाल तो बना दी गयी है।
लेकिन जो निर्माण पहले हो चुका है उसकी जांच होना अभी बाकी है। ज्ञात हो कि नगर पंचायत फतेहपुर द्वारा नगर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए फतेहपुर-बाराबंकी मार्ग पर ग्राम डमौरा में एमआरएफ प्लांट का निर्माण कराया गया था।
लेकिन बनते ही प्लांट की बाउंड्रीवॉल मानक विहीन होने के कारण भरभरा कर गिर गई थी। लेकिन लगभग 1 सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा दीवाल गिरने का ना तो संज्ञान ही लिया गया और ना ही कोई कार्यवाही अमल में लाई गई।
घटना की खबर न्यूज 22 इंडिया ने प्रमुखता के साथ प्रसारित की थी जिस पर जिला प्रशासन द्वारा संज्ञान लेने के बाद फतेहपुर तहसील के उपजिलाधिकारी डॉक्टर सचिन वर्मा ने मौके का निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के बाद ठेकेदार आनन-फानन में दीवाल में प्रयोग किए गए पीले ईंट हुआ अधो मानक निर्माण सामग्री का मलबा वहां से उठा ले गए और गिरी हुई दीवार को दोबारा बना दिया गया।
इससे साफ जाहिर होता है की इस प्रोजेक्ट के निर्माण में किए गये भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।
खबर के प्रसारण के बाद गिरी हुई दीवार का निर्माण तो हो जाएगा लेकिन संपूर्ण निर्माण कितने दिन चल पाएगा इसका अंदाजा तो संबंधित ठेकेदार जिम्मेदार अधिकारी या फिर वक्त ही बता पाएगा।
लगभग 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी ठेकेदार पर कोई कार्यवाही ना होने से एक और अधिकारियों की मिलीभगत व लापरवाही दिखाई देती है तो दूसरी ओर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की अनदेखी भी नजर आ रही है।
कुछ भी हो ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये एवं कार्यशैली के चलते जनता के हित में लगने वाले जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते जाएंगे और लोगों की जेब बढ़ती जाएगी।
रिपोर्ट-सचिन कुमार