पदयात्रा कर अयोध्या जा रहे युवक का रामसनेहीघाट में किया गया स्वागत

न्यूज 22 इंडिया
रामसनेहीघाट बाराबंकी
अवसादग्रस्त एक युवक जब इलाज कराने से ठीक नहीं हुआ तो वह दवा छोड़कर पदयात्रा पर निकल कर पड़ा।

पहली बार घर से पैदल चलकर कन्याकुमारी रामेश्वरम पहुंच गया और वहां से वापस आकर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जी के लिए पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में उसका स्वागत हिन्दू मुस्लिम दोनों से कुछ इस कदर किया कि वह अवसाद मुक्त हो गया।

जानकारी के अनुसार जयपुर राजस्थान के रहने वाले रवि राय २४ वर्ष एम ए फाइनल के छात्र हैं।वह पढ़ाई के दौरान ही अवसाद ग्रस्त हो गया और स्थिति मर मिटने तक पहुंच गई थी।

उन्होंने काफी दवा इलाज कराया लेकिन जब कोई विशेष लाभ नहीं मिला तो वह दवा छोड़कर १९ सितंबर २०२१ को कन्या कुमारी के लिए पैदल ही निकल पड़ा और २८ दिसम्बर लोगों से मिलते जुलते सकुशल वहां पहुंच गया।

रवि दो भाई बहन हैं और पिता मिलन राय एल आई सी के एजेंट एवं चिकित्सक हैं जबकि माता मंजू राय गृहणी है।रवि के मुताबिक पहली पदयात्रा के दौरान जब वह शोलापुर महाराष्ट्र पहुंचा तो वहां पर उसकी मुलाकात डा० रविन्द्र कोहले व डा० सुमिता कोहले से हुई तो उन्होंने यात्रा का उद्देश्य पूंछा और उसे आधुनिक विवेकानंद नाम दिया।

यात्रा के दरिम्यान बेंगलुरु में एक सरकारी एनजीओ से मुलाकात हुई। तमिलनाडु में गांधी ग्राम महाविद्यालय ग्रामीण स्वास्थ्य इंडिया मिशन के लोगों से बात हुई तो इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने मिशन में उसे शामिल करने के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा।रवि कन्याकुमारी में तिरंगा लहराने के बाद रामेश्वरम चला गया।

पिट्ठू बैग में तिरंगा झंडा लगाये रवि इस बार नवम्बर में पुनः अयोध्या के लिए निकल पड़ा। लखनऊ में उसने मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश की लेकिन उनके बाहर होने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी।

पदयात्रा के २९ वें दिन उसने रामसनेही घाट क्षेत्र में प्रवेश किया तो जगह जगह हुए भव्य स्वागत अभिनन्दन से भावविभोर हो उसने कहा कि वह सनातन धर्म में विश्वास रखता है और राम मंदिर औ रामलला के दर्शन करने के उद्देश्य से घर से निकला है।

तहसील मुख्यालय पहुँचने पर दीपक वर्मा,शिव कुमार सिंह,बलराम शुक्ला, रामेन्द्र सिंह,कुलदीप जायसवाल सहित तमाम लोंगों ने स्वागत कर सुखद यात्रा की मंगलकामना की।
रिपोर्ट-शिवशंकर तिवारी

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