लेखपाल पर कार्रवाई न होने से महिला ग्राम प्रधान ने की डीएम से शिकायत

न्यूज 22 इंडिया
बनीकोडर बाराबंकी
बीते दिन 7 चिलवल के पेड़ों के अवैध कटान के मामले में जांचोपरांत आरोपी लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई ना होने से आक्रोशित प्रधान ने शनिवार पुनः संपूर्ण समाधान दिवस रामसनेहीघाट में पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।

आरोप है कि नायब तहसीलदार की जांच आख्या के उपरांत भी कार्रवाई सिफर है। आरोपी लेखपाल मामले में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कराकर लीपापोती किए जाने जैसा कृत्य किया है। इसकी वजह से क्षेत्र में विकास कार्य बाधित है।

रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के मझौटी गांव में 22 सितंबर को तत्कालीन क्षेत्रीय आरोपी लेखपाल दीपचंद श्रीवास्तव की मिलीभगत से वन माफिया हजारों रुपए कीमत 7 चिलवल पेड़ के काट कर उठा ले गए। अगले दिन प्रधान अनीता ने रामसनेहीघाट एसडीएम से शिकायत की।

नायब तहसीलदार प्रज्ञा द्विवेदी के द्वारा स्थलीय व अभिलेखीय जांच भी हुई। जो ठंडे बस्ता में है। क्योंकि उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं है। लेकिन बीते दिन आरोपी लेखपाल व ठेकेदार से रकम की लेनदेन का ऑडियो वायरल होने पर नायब तहसीलदार प्रज्ञा द्विवेदी फिर सक्रिय हुई।

प्रधान को उसके विरुद्ध कार्रवाई होने की उम्मीद जगी। लेकिन उल्टे असंद्रा थाने में लेखपाल ने अज्ञात के विरुद्ध पेड़ चोरी केस दर्ज कराया।

प्रधान अनीता ने 17 नंवबर को लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व डीएम अविनाश कुमार को पत्र लिखा।

ऐसे में आक्रोशित प्रधान अनीता ने आरोपी लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार एक बार फिर से संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

आरोप है कि आरोपी लेखपाल द्वारा प्रधान मानसिक रूप से प्रताड़ित है‌। क्षेत्र में विकास कार्य बाधित हैं। उसका आरोप है कि तहसील प्रशासन की लापरवाही से लेखपाल मामले को दबाने में जुड़ा हुआ है।
रिपोर्ट-भक्तिमान पांडेय

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