गांव के चारों ओर भरा हुआ है पानी लोग घरों में कैद

न्यूज 22 इंडिया
सूरतगंज बाराबंकी
बीते दिनो हुई भारी बरसात ने इलाको में बाढ़ के हालात पैदा कर दिए तो पानी ने डामर रोड से लेकर कच्ची सड़कों को तहस नहस कर तालाब बना दिया।
ऐसा मानो की रास्ता है ही नहीं यहां पर जिससे लोगों को अवागमन करने में बहुत ही मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
और अभी तक जलभराव बना हुआ। जबकि मसुरिहा से सालपुर को जोड़ने वाली रोड चार साल पहले ही बनी थी जो जलमग्न होकर ध्वस्त हो गई , कही कही तो पानी के तेज बहाव के रोड कट जा चुकी है।
जहां पर आज भी रोड से लेकर चारों ओर जलभराव बना हुआ है। लेकिन अभी तक ग्राम प्रधान मुखिया से लेकर ब्लांक व तहसील तक के जिम्मेदार कोई भी विभाग हाल चाल जानने तक नहीं पहुंचा की ग्रामीण कैसे अपना बसर गुजर कर रहे।
यह हाल है विकास खंड सूरतगंज के ग्राम पंचायत मसुरिहा के करीबन दर्जनों गांवों का है जो किसी तरह से ग्रामीण पानी में तैर तैर कर बाजार हाट जाकर सब्जी , दाल , लोन , तेल और अपनी जरूरती सामने लाकर किसी तरह बसर गुजर किया।
लेकिन इस स्थित में अगर कोई बीमार हो जाता है तो सूरतगंज अस्पताल जाने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वैसे तो अब थोड़ा बहुत पानी कम पड़ा है जिसे कुछ राहत मिली।
लेकिन अभी भी मसुरिहा से लेकर भगवानीपुरवा तक घुटनो से लेकर कमर तक पानी है। तो वही सालपुर (कोनी) रोड पर टिहुना- टिहुना पानी भरा हुआ है।
इसके चलते बढ़ने जाने वाले बच्चों के लिए बहुत ही दिक्कत है जिससे बच्चे विद्यालय भी नही पहुंच पा रहे है, कही कही तो विद्यालय के प्रांगण में भी अभी जलभराव की स्थित बनी हुई है।
खेतों में भरा बारिश का पानी, हजारों बीघा धान की फसल जलमग्न
चार दिन पहले हुई बारिश आफत बन कर बरस गई जिससे कई गांवों में बाढ़ के हालात बना दिए। जहां नजर जाती है उधर पानी ही पानी दिखाई देता है।
मूसलाधार बारिश ने खेतों में खड़ी धान की फसल के साथ-साथ अन्य फसलों को भी डूबा दिया है। वहीं किसानों के खेतों में तीन से चार फीट पानी भरा हुआ है।
किसानों को धान की फसल खराब हो चुकी जिससे उनकी परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है।किसानों का कहना है कि चार दिन पहले हुई करीबन 18 घंटे में बारिश बहुत ज्यादा हुई जिसके कारण गांव की हजारों एकड़ फसल डूब गई।
और ऊपर से सुमली नदी कहर होने के चलते ताल तलैया सब भर गए और शहर, कस्बा सहित गांवों और खेतों घरों में पानी घुस गया।
जिससे भारी नुकसार हो गया। तो किसान कर्ज में बिल्कुल डूब हुआ है, अब पानी ने उसकी फसल को डूबो दिया जिससे उसे और कर्ज लेना पड़ेगा।
सरकार से मांग है कि किसानों को मुआवजा दिया जाए। इसके इलावा किसानों का कर्ज माफ किया जाए। किसानों ने इस समस्या को लेकर स्थाई समाधान करने की मांग कर रहे हैं।
रिपोर्ट-सत्यवान पाल