लखनऊ गोंडा पैसेंजर ट्रेन के ना चलने से हजारों हुए बेरोजगार

न्यूज 22 इंडिया
रामनगर बाराबंकी
पैसेंजर ट्रेनों के संचालन ना होने से गरीब मजदूर छोटे-छोटे रोजगार जुड़े लोगों को हो रही भारी परेशानी। बताते चलें कि महामारी के दौरान यातायात सेवाएं भी पूर्ण रूप से बंद कर दी गई थी।
इस दौरन रेल यातायात प्रभावित हुआ था। वैश्विक महामारी का प्रकोप कम पड़ते ही रेल यातायात सहित अन्य संसाधन शुरुआत हो गई थी लेकिन अरसा बीत जाने के बाद भी गोंडा लखनऊ पैसेंजर की शुरुआत नहीं की जा सकी है।
इस पैसेंजर से हजारों की संख्या में गरीब परिवार के पढ़ाई करने वाले छात्र छात्राएं व दैनिक मजदूरी छोटे-छोटे रोजगार और से जुड़े लोग अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए सस्ते किराए में यात्रा करते थे।
गोंडा पैसेंजर ट्रेन बंद होने से दैनिक यात्रा करने वाले विभिन्न श्रेणी के लोगों को दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है। प्राइवेट व रोडवेज बसों का महंगा किराया होने की वजह से प्रतिदिन बाराबंकी लखनऊ जाने में असमर्थ हो गए हैं।
जिसके चलते हजारों लोगों का रोजी रोजगार छिन गया। दैनिक यात्रा करने वाले लोगों का कहना है कि देशभर में सभी यातायात सेवाएं बहाल हो गई हैं बड़े-बड़े महानगरों लोकल ट्रेन चल रही हैं।
पर लखनऊ गोंडा पैसेंजर का संचालन अभी तक शुरू नहीं किया गया ऐसे में मजदूरों की मजदूरी रोजगारो की राजगारी गरीब एवं मध्यम श्रेणी के घरों के पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की पढ़ाई पर बहुत बड़ा असर पड़ा है।
पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत होने की आस लगाए हुए बैठे हैं इस पैसेंजर से बाराबंकी लखनऊ जाने वाले छात्र व मजदूर सुबह होते ही गोंडा से बाराबंकी के बीच में पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर भीड़ जमा हो जाती थी। तथा यात्रा करके सभी अपने-अपने गंतव्य तक समय से पहुंच जाते थे।
बुढ़वल स्टेशन से भी हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं व मजदूर बाराबंकी लखनऊ आवागमन करते थे वही केंद्र सरकार के द्वारा एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत भी कर दी गई बड़े-बड़े शहरों में लोकल ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया लेकिन गोंडा लखनऊ पैसेंजर की शुरुआत अभी तक नहीं की गई
जिसके चलते क्षेत्र के तमाम गरीब महंगा किराया होने की वजह से प्रतिदिन बाराबंकी लखनऊ नहीं पहुंच पाते हैं और तमाम लोगों ने बसों का किराया महंगा होने की वजह से काम भी छोड़ दिया है महंगाई चरम पर है।
जिससे परिवार के भरण पोषण में भी समस्याएं आ रही है। जागरूक जनों में चर्चा है कि यदि गोंडा लखनऊ पैसेंजर ट्रेन का संचालन हो जाए तो हजारों की संख्या में बेरोजगारों को रोजी रोजगार से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा जिससे उनकी माली हालत में सुधार भी होगा।
रिपोर्ट-बद्री विशाल अवस्थी