पूर्ण नहीं हुआ परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-राजकुमार वर्मा
दरियाबाद बाराबंकी
परिषदीय विद्यालयों के कायकल्प के लिए चलाई जा रही कायाकल्प योजना कागजों पर दौड़ रही है लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

कहना गलत न होगा कि बदहाल विद्यालयों की मरम्मत सिर्फ दावों में हो रही है काया कल्प के बाद भी विद्यालय की काया सुरक्षित नही है।

दरियाबाद शिक्षा क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय लालगंज में बाउंड्री वाल गेट आदि का निर्माण न होने से ग्रामीणों सहित छुट्टा जानवर विद्यालय परिसर में सौच कर जाते है परिसर में बने सौचालय में पानी की व्यवस्था नही है।

एक इंडियामार्क हैंड पम्प है वह भी दूषित पानी दे रसोईघर भी खस्ताहाल है विद्यालय में 182 बालक बालिका पंजीकृत है इस विद्यालय में आधा अधूरा कार्य ही किया गया है।

प्रधानाध्यापक चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया एक साल पूर्व खण्ड विकास अधिकारी दरियाबाद को लिखित सूचना दी गयी है लेकिन अभी तक कोई कार्य नही हुआ है ग्रामीण विद्यालय की फर्स पर सौच कर जाते है।

प्राथमिक विद्यालय सुरजवापुर में काया कल्प किया गया लेकिन काया कल्प का कार्य अधूरा ही रह गया विद्यालय के कमरों में अभी तक टाइल्स लगाने का कार्य नही हो सका है वही बनाये गये सौचालय भी प्रयोग विहीन है यहाँ के प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार दीक्षित द्वारा विद्यालय में तरह तरह के पेड़ों को रोपा गया है।

पोषण वाटिका सहित रंग रोगन का कार्य हुआ है लेकिन जमीन की फर्स की हालत खस्ता हाल है प्रधानाध्यपक ने बताया जहाँ फर्स उखड़ जाती है वहां पर सही करवाया जाता है प्रधान से कई बार फर्स लगाने की बात कही गयी है ।

लेकिन प्रधान खाते में पैसा न होने की बात कहते है शिक्षा क्षेत्र दरियाबाद के दर्जनों विद्यालय आज भी काया कल्प की राह देख रहे है।