भाकियू भानु गुट के पदाधिकारी करँगे एकदिवसीय भूख हड़ताल

 

न्यूज 22 इंडिया डेस्क
रामसनेहीघाट-बाराबंकी
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव दिनेश कुमार दुबे ने कहा है कि प्रदेश में भानु गुट को छोड़कर बाकी सभी किसान संगठन एक साथ अहिंसात्मक आंदोलन करने के लिए तैयार हैं,

यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। 30 जनवरी को प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष एवं ब्लाक अध्यक्ष अपने-अपने जिला मुख्यालय एवं तहसील व ब्लाक मुख्यालय पर एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे।

श्री दुबे ने शुक्रवार को रामसनेहीघाट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन हाईकमान द्वारा प्रदेश के सभी जनपद मंडल एवं ब्लाक अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है।

कि वह सभी लोग कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे क्योंकि यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार किसान विरोधी बिल वापस नहीं लेना चाहती तथा किसानों को फर्जी मुकदमे में फंसा कर आंदोलन को कमजोर करने में लगी हुई है।

यदि तीनों किसान बिल वापस नहीं होते हैं तो महंगाई का बोझ किसानों पर ही नहीं आम जनता पर भी पड़ेगा, इसलिए भारत सरकार एमएसपी पर कानून बनाने को तैयार नहीं है।

प्रदेश सचिव ने कहा कि यदि यह कानून बन जाएगा तो कोई भी व्यक्ति एमएसपी दर के नीचे अनाज नहीं खरीद सकता है यदि खरीदेगा तो जेल जाना पड़ेगा।

दिल्ली स्थित गाजीपुर से लौटने के बाद श्री दुबे ने रामसनेहीघाट एवं मवई के भाकियू कार्यकर्ताओं से मुलाकात की तथा उनसे एकजुट होकर आंदोलन को तेज करने का निर्देश देते हुए गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने की अपील की।

वार्ता के दौरान भाकियू के वरिष्ठ नेता राम सुरेश तिवारी, डीएनएस त्यागी, मायाराम यादव, उदय नारायण पाठक, फतेह बहादुर, निर्मल शुक्ल, ज्ञान चंद गुप्त, राज कुमारी, संगीता देवी एवं श्याम नाथ तिवारी भी मौजूद रहे।