शहीद स्थल पर वंदे मातरम गीत गा कर दी गई शहीदों को श्रद्धांजलि

 

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-विशाल अवस्थी
रामनगर बाराबंकी
विकासखंड परिसर में बने शहीद स्थल पर ब्लॉक कर्मियों द्वारा देशभक्ति गीत गाकर चौरी चौरा कांड के शताब्दी वर्ष में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई चौरी चौरा उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पास एक कस्बा है

जहां 4 फरवरी 1992 को भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार की हिंसक कार्रवाई के बदले में एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी उस में छुपे हुए 22 पुलिस कर्मचारी जिंदा जलकर मर गए थे इस घटना को इतिहास के पन्नों में चोरी चोरा कांड के नाम से जाना जाता है ।

इस कांड का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर बड़ा असर पड़ा इसी कांड के बाद महात्मा गांधी काफी परेशान हो गए थे इस हिंसक घटना के बाद यहां तक कि उन्होंने अपना असहयोग आंदोलन वापस भी ले लिया था ।

असहयोग आंदोलन उस वक्त जीत की कगार पर पहुंच गया था लेकिन चौरी चौरा घटना के बाद गांधीजी ने वापस ले लिया उन्हें लगा कि ए भटक रहा है कई लोग यह भी कहते हैं कि साल 1922 में यह आंदोलन इतना तेज था कि अंग्रेजों पर दबाव पड़ता और हमें तभी आजादी मिल जाती

लेकिन गांधी जी का सोचना अलग था जो क्रांति में विश्वास रखता है वह यह नहीं देखता कि सफलता मिल रही है वह देखते हैं कि हां मैं जैसा हूं चाह रहा हूं वैसा हो रहा है कि नहीं कहीं सा पर जिस तरह का उनका विश्वास था वह कोई भी जीत हिंसा की शर्त पर नहीं चाहते थे ।

इसी तरह कई बार जब उन्हें लगा कि किसी आंदोलन में हिंसा का कोई तत्व शामिल हो रहा है तो अपने पैर पीछे कर लेते या घटना 1922 को आज ही के दिन यानी 4 फरवरी को हुई थी इसे याद करने के लिए यूपी सरकार इस वर्ष चौरी चौरा की घटना का शताब्दी समारोह मना रही है इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी कमलेश कुमार

एडीओ पंचायत अखिलेश कुमार दुबे ऑडियो सहकारिता अजीत रंजन वर्मा एडीओ आईएसबी देव नायक सिंह अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी राघवेंद्र पांडे कंप्यूटर ऑपरेटर गोविंद प्रसाद सहायक लेखा मनरेगा अशोक कुमार सोशल कोऑर्डिनेटर सुमन वर्मा सरवन बाबू

ग्राम पंचायत अधिकारी ऋषभ पांडे विवेक कुमार सोनकर आनंद सिंह अजय यादव प्रताप नारायण यादव बीना सिंह ज्ञान प्रकाश सिन्हा आदि तमाम गणमान्य व कर्मचारी उपस्थित रहे।