जलीय जंतुओं के संरक्षण व जागरूकता अभियान सरयू नदी पर चलाया गया।
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-विशाल अवस्थी
रामनगर बाराबंकी
सरयू नदी में पाए जाने वाले जलीय जीव जंतुओं कीगणना व नदी के पास रहने वाले लोगों को जलीय जंतुओं के महत्व की जाग रूकता फैलाना।
उत्तर प्रदेश वन एवं वन्य जीव विभाग एवं टी . एस .ए भारत के द्वारा नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत टीएस एका 5 सदस्यीय दल सरयू नदी में जलीय जंतुओं का सर्वेक्षण तथा जन जागरूकता कार्यक्रम वन विभाग के द्वारा आयोजित किया जा रहा है ।
आज दिनांक 20 फरवरी 2021 को दल के घाघरा घाट पहुंचने पर डीएफओ डॉ ए एन सिंह व एसडीएम राजीव कुमार शुक्ला रामनगर रेंज अधिकारी सुबोध कुमार शुक्ला की उपस्थिति में टीएस एकेश्री भास्कर दीक्षित असिस्टेंट डायरेक्टर प्रोजेक्ट ने बताया 2012 से कछुआ संरक्षण का कार्यक्रम चल रहा उसी के अन्तर्गत जलीय जीव डॉल्फिन(सूंस) घड़ियाल कछुआ ऊदबिलाव की संख्याकी गणना 2015 में की गई थी
अब 2021 में की जा रही है साथ में नदी के आसपास रहने वालों को नदीव नदी में पाये जाने वाले जीवो का महत्व बताना है कछुआ मछली डॉल्फिन आदि जानवर नदी को साफ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
जीवों को आजकल मछली का शिकार में प्रयुक्त होने वाले मच्छरदानी जाल से बहुत नुकसान हो रहा है जाल में फस कर छोटीमछलियां घोंघा केकड़ा झींगा अन्य कई प्रकार के जंतु नदी से समाप्त हो रहे हैं नायलान जाल से डॉल्फिन को बहुत नुकसान हो रहा है उस में फस कर वह मर जातीहैं सरयूमें सबसे ज्यादा
डॉल्फिन पाई जाती हैं मच्छरदानी जाल का प्रयोग मछली पकड़ने मेंना करें ।प्रोजेक्ट इंचार्ज प्रणा दत्ता ने बताया कि हमें कॉमन क्रेन प्रवासी पक्षी 24 नरमादा छोटे बच्चों के साथ घड़ियाल छोटे बड़े कछुआ देखे गए सर्वे 21 तारीख को अयोध्या में समाप्त होगा सर्वे में मिलने वाले जलीय जंतु की गणना कर उनकी रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जाएगी
SDM ने कहा मजबूत संसाधन के रूप में सरयू जीवनदायिनी है इसमें पाए जाने वाले जीव जंतुओं की रक्षा करना व नदी की साफ सफाई का दायित्व आप लोगों का भी है यदि कोई इसे नुकसान पहुंचाता है तो शिकायत करें उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
DFO ने कहा कि जिस तरह हमारे घर है उसी तरह नदी भी हमारे जीवन के लिये आवश्यक है नदी को स्वच्छ रखें जलीय जीवों का नदी को स्वच्छ रखने में बहुत बड़ा योगदान रहता है जलीय जीवों की संख्या बढ़ने पर पर्यटन स्थल बन सकता है।
इस अनुश्रवण से इस महत्वपूर्ण नदी के वन्य जीवो एवम उनकेे पर्यावासो की एक आधार रेखा (बेसलाइन) आंकडे निकाले जा सके ।
ये अनुश्रवण प्रत्येक वर्षमे किया जायेगा
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने इन जीवों के बचाव के लिये आमजन को जागरुक करने के उद्देश्य से हेल्प लाइन 8881880388 भी जारी किया।