राम चरित्र मानस यहि नामा, सुनत श्रवन पावहि विश्रामा
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-मोहम्मद अजमल
बाराबंकी उत्तर प्रदेश
जनपद के कोठी थाना क्षेत्र के सेमरावा चौराहे पर 38 वां तीन दिवसीय श्री रामचरित मानस सम्मेलन का आयोजन सुबह आरती का गुणगान कर प्रारंभ किया गया जिसमें दोपहर में अयोध्या धाम से पधारी सुश्री राजनंदनी जी
ने श्रीरामचरितमानस का पठन करते हुए बताया कि राम चरित्र मानस यहि नामा, सुनत श्रवन पावहि विश्रामा। रामायण पाठ से श्रद्धा और विश्वास जागता है व्यक्ति को हर परिस्थितियों में संघर्ष करने का बल श्रीरामचरितमानस सुनने से मिलता है
इसमें वर्णित चौपाई हमें जीवन जीने की कला सिखाती है रामचरितमानस का पाठ जीवन में सभी लोगों को एक बार अवश्य कर उनमें वर्णित शब्दों को आत्मसात करने का भी प्रयास करना चाहिए
और मानस की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि अगर व्यक्ति रामचरित्र मानस का रसपान करेगा तो महापुरुष बन सकता है
उन्होने बताया कि दिल से व्यक्ति मानस का श्रवण करेगा तो महादेव तो नहीं पर उत्तम महापुरुष बन सकता हैं
इसीलिए राम चरित्र मानस का श्रवण करे यह पाठ सुनकर पंडाल में मौजूद श्रद्धालु भाव विभोर होकर श्री सीताराम के जयकारे लगाए इस मौके पर
गोपीनाथ द्विवेदी, राजेश दीक्षित, मनोज मिश्रा, हेमंत कुमार, कमलेश कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।