विभागीय उदासीनता के कारण नहर में नही आया अभी तक पानी
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-विकास पाठक
बनीकोडर बाराबंकी
एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है तो वही दूसरी तरफ विभागीय उदासीनता के कारण नहर में अभी तक पानी नही छोड़ा गया,नहर के पानी के सहारे बैठे हुए किसानों को पानी का दीदार तक नही हुआ है,
जून माह में किसान ने किसी तरह धान की नर्सरी तो कर चुके है किन्तु मानसून के दगा देने और नहर में पानी न आने से धान की रोपाई नहीं कर पा रहे है,पानी को लेकर किसानों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है।
आक्रोश हो भी क्यो न धान की रोपाई का समय अपने चरम पर है,और किसानों के लिए जीवन रेखा कही जाने वाली नहर(नवाबगंज रजबहा) की स्थिति ये है कि पानी की एक बूंद तक किसानों को देखने तक नही मिली।जिसमें इस वर्ष भी धान की फसल के लिए अभी तक पानी नहीं आया है। इस नहर के माध्यम से ही असन्दरा,
टिकरिया,भठिया,जरौली,धनौली,भवनियापुर,किठैय्या,मल्लूपुर,खेवराज पुर,गजपतीपुर समेत अन्य कई गांव के हजारो एकड़ खेतो की सिंचाई इसी के सहारे होती है,लेकिन लगातार नहर में पानी न आने के कारण नहर से मिले हुए खेतों में ही अब तक रोपाई नहीं हो सकी है,
लेकिन दुर्भाग्य देखिए इस नहर पर आश्रित किसानों का इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है,जबकि ये नहर हैदरगढ़-भिटरिया मार्ग पर स्थित असन्दरा कस्बे से होकर गुजरती है,जिस रास्ते पर माननीयो का आवागमन रोज होता रहता है,
लेकिन इस मार्ग से गुजरने वाले अधिकारी और नेतागण का ध्यान कभी भी इस नहर की ओर नहीं जाता है इसे किसानों का दुर्भाग्य कहा जाए या फिर जिम्मेदार अधिकारियों की संवेदनहीनता।