तहसीलदार व उपनिबंधक के विरुद्ध अधिवक्ताओं ने खोला मोर्चा , किया प्रदर्शन
तीसरे दिन भी रहा कार्य बहिष्कार , दोनो अफसरों को हटाने की मांग पर अड़े अधिवक्ता
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-राकेश पाठक
हैदरगढ़ बाराबंकी
तहसीलदार हैदरगढ़ विश्वमित्र सिंह व उपनिबंधक निधि चतुर्वेदी की भ्रष्ट कार्यशैली को लेकर तहसील बार एसोसिएशन हैदरगढ़ के अध्यक्ष अचल कुमार मिश्र व महामन्त्री हरिश्चन्द्र सिंह की
अगुवाई में अधिवक्ताओं ने आज तीसरे दिन भी मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
और मांग किया कि हैदरगढ़ के भ्रष्ट तहसीलदार विश्वमित्र सिंह और भ्रष्ट उपनिबंधक निधि चतुर्वेदी के स्थानांतरण तक अधिवक्ताओं द्वारा न्यायिक और निबंधन कार्य नहीं नहीं किया जाएगा।
अधिवक्ताओं ने जुलूस की शक्ल में निकालकर नारेबाजी करते हुए उप निबंधन कार्यालय से मुख्य चौराहे तक अपना विरोध प्रदर्शन किया ।
अधिवक्ताओं की हड़ताल को समाप्त करने के लिए एआईजी निबंधन वंदना सिंह द्वारा बार अध्यक्ष की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की गई किंतु वार्ता बेनतीजा रही।
अधिवक्ता मांगे पूरी होने तक अपनी हड़ताल को लगातार जारी रखने पर कायम हैं।
अधिवक्ताओं की उचित मांगों को पूरा न कर पाने की स्थिति में एआईजी निबंधन से वार्ता सफल नहीं हो सकी ।
हैदरगढ़ बार एसोसिएशन के समर्थन में जिले की फतेहपुर व सिरौलीगौसपुर की तहसील बार एसोसिएशन ने भी आज कार्य बंद रखा तथा विरोध प्रदर्शन किया।
तहसीलदार विश्वमित्र के स्थानांतरण पर डटे अधिवक्ताओं से उप जिलाधिकारी हैदर गढ़ शालिनी प्रभाकर ने भी वार्ता किया किंतु कोई सकारात्मक निष्कर्ष ना निकल पाने के कारण वार्ता असफल रही।
तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष अचल कुमार मिश्र ने निर्णय लिया है कि जब तक तहसीलदार विश्वमित्र सिंह व उपनिबंधक निधि चतुर्वेदी का स्थानांतरण नहीं हो जाता है तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
और अधिवक्ता जन कोई भी न्यायिक व निबंधन कार्य नहीं करेंगे। अधिवक्ताओं की इस हड़ताल में हैदरगढ़ डीड राइटर एसोसिएशन भी शामिल रहा।
विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले अधिवक्ताओं में बार अध्यक्ष अचल कुमार मिश्रा पूर्व अध्यक्ष यश करन तिवारी,
महामंत्री हरीश चंद्र सिंह, पूर्व महामंत्री सुनील त्रिवेदी, कुंवर बहादुर यादव, रज्जन लाल मिश्र, संजय सिंह, विजय राज सिंह, जगदीश प्रसाद शर्मा, पूर्व महामंत्री राम प्रताप सिंह,
रामधन तिवारी, हर किशोर मिश्र, सुधीर पाठक, राजेश तिवारी, सुभाष चंद्र दीक्षित,संतोष शुक्ल, धारा नाथ मिश्र, पवन कुमार त्रिवेदी, आलोक श्रीवास्तव, वासुदेव वर्मा, सुनील कुमार वर्मा, संजय वर्मा, कुलदीप शर्मा के के, देवेंद्र द्विवेदी, अंकुर यादव सहित सैकड़ों अधिवक्ता शामिल शामिल रहे।