पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हुआ पशु चिकित्सालय

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-रणविजय सिंह
बाराबंकी उत्तर प्रदेश
विकास खंड सिद्धौर क्षेत्र की ग्राम पंचायत उस्मानपुर में लगभग 50 वर्ष पूर्व प्रशासन द्वारा पशु चिकित्सालय का निर्माण कराया गया था।

जो खंडहर में तब्दील हो चुका है यहां पर तैनात चिकित्सक द्वारा किराए की दुकान में पशु चिकित्सालय का संचालन किया जा रहा है।

इसकी शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों से की गई लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

सिद्धौर ब्लाक की ग्राम पंचायत उस्मानपुर में लगभग 50 वर्ष पूर्व शासन द्वारा पशु चिकित्सालय का निर्माण कराया गया था।

जिसमें क्षेत्र के चांदूपुर शिवाला का पुरवा सादुल्लापुर रसूलाबाद कारीक पुरवा भवानी बख्स पुरवा दरियापुर तपापुर नूरपुर  सुहावा गुलरिहा पत्थर पुरवा कौरहा पुरवा सहित लगभग 20 गांव के पशुपालकों के पशुओं का इलाज इसी अस्पताल में किया जाता था। उक्त भवन लगभग 15 वर्ष पूर्व जर्जर हो गया था।

जिसके चलते यहां पर तैनात चिकित्सक द्वारा गांव में ही 5 सौ रुपए किराए की दुकान लेकर पशु चिकित्सालय का संचालन किया जा रहा है।जिसके चलते क्षेत्र के पशुपालकों को इसका उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।

पशु चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक केके वर्मा का कहना है लगभग 7 वर्ष पूर्व जब मुझे इस अस्पताल में भेजा गया था।

तब यह भवन पूरी तरह तरह से खंडहर बन चुका था और ग्रामीणों का इस पर कब्जा था,और आज भी है। अस्पताल के अंदर मौजूद सामग्री भी गायब है।

इसके अलावा पल्ला दरवाजा और ईट तक ग्रामीण उठा ले गए और अपनी सामग्री इसी में लगा रखे हैं।

ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी कई बार उच्च अधिकारियों से की है। ग्रामीण सीता शर्मा मोहम्मद असलम आदि ने बताया कि उनके द्वारा कई बार जिला पशु चिकित्सा अधिकारी से लेकर उच्च अधिकारियों तक की गई।

लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई और ना ही पशु चिकित्सालय में कब्जा करने वालों को ही वहां से हटाया गया है।इस संबंध में उप जिला अधिकारी हैदरगढ़ शालिनी प्रभाकर का कहना है

उस्मानपुर गांव में पशु चिकित्सालय भवन जर्जर होने के बाद अवैध कब्जा करने की मुझे कोई जानकारी नहीं है यदि ऐसा है तो पूरे प्रकरण की जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी।