बीजेपी सरकार में सीधे खाते में जाता है किसानों मजदूरों धन रणवेंन्द्र प्रताप सिंह

न्यूज 22 इंडिया

रिपोर्ट-बद्री विशाल अवस्थी

रामनगर बाराबंकी

सपा सरकार मे एक माह का राशन बट जाने के बाद दूसरे माह का नही बाटा जाता था।प्रदेश मे योगी आदित्य नाथ की सरकार बन जाने के बाद से प्रति माह राशन मिल रहा है।

यह बात प्रदेश सरकार के खाद्म एंव रशद आपूर्ति राज्य मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिह धुन्नी ने भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री राम बाबू द्विवेदी के संयोजन मे दिवली स्थित फार्म पर आयोजित प्रेस वार्ता मे व्यक्त की।

पत्रकारो ने धान के सीजन मे क्रय केन्द्रो मे हुये फर्जी बाडे पर कोई कार्यवाही न होने और जिन किसानो ने अवैद्म खरीद के लिये कर्मचारियो को खेतौनी दी थी उसमे तमाम लोगो के कार्ड निरस्त करने की शासन कार्यवाही को सिह का बाल न बाका गया

केचुवे बलि वेदी पर चढिये गये की तर्ज पर सवाल किया तो वह थोडा असहज होते हुये बोले ऐसा नही है योगी सरकार मे कर्मचारियो के खिलाफ कार्यवाही हुई है उनका कार्य सर्विस बुक दर्ज कर दण्डित किया गया।

उन्होने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की सोच है कि किसानो मजदूरो के सीधे खाते मे धन जाय जिससे लूट न हो सके अब आप खाते से निकाल कर दे आयेगे तो चेतावनी दी गयी।

चौतीस लाख कार्ड जो सपा सरकार मे फर्जी फीड थे आधार से जुडने के बाद वह स्वतः निरस्त हो गये अब तक करीब सरसठ लाख कार्ड नये बनाये जा चुके है।हर माह किसी न किसी के कार्ड मे यूनिटे कट जाने के सवाल पर उनका कहना था ऐसा नही है परिजनो के आधार मे जो लोग दर्ज नही है ।

वह लोग आधार कार्ड मे जुडते ही दर्ज हो जायेगे इस पत्रकारो ने कहा कि एक व्यवस्था के तहत ऐसा किया जाता है जिसे उन्होने अपने सहायक से नोट करने को कहा।संयोजक राम बाबू द्विवेदी ने बुधवार को बाराबंकी मे प्रस्तावित मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के कार्यक्रम मे अधिक से लोगो के पहुचने की अपील की।

प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री को श्री द्विवेदी और स्वतन्त्रता सग्राम सेनानी के परिजन ने प्रतीक चिह्न भेट कर स्वागत किया।जिसके पूर्व खाद्म एंव रशद राज्यमंन्त्री ने पौध रोपित किया।

इस मौके पर प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य प्रशान्त मिश्र किसान मोर्चा से अजीत कुमार वर्मा गुड्डू पूर्व मंडल अध्यक्ष कमलेश अवस्थी मोनू भास्कर वैभव मिश्र प्रशांत अवस्थी सहादतगंज सहित बडी संख्या मे भाजपाई मौजूद रहे।