जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर ग्रामीण

 

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-रणविजय सिंह
सिद्धौर बाराबंकी
विकास खंड सिद्धौर की 96 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों को लगभग 3 माह से मृत्यु प्रमाण पत्र और जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ग्राम पंचायत सचिव से लेकर ब्लॉक मुख्यालय के चक्कर काटने के लिए विवश होना पड़ रहा है।

फिर भी उन्हें प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है।
सिद्धौर ब्लाक की विभिन्न ग्राम पंचायतों में लगभग 3 माह पूर्व जिन लोगों की मौत हो चुकी है।

उनके परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हो रहे हैं। ग्राम प्रधान पंचायत सचिव से लेकर ब्लॉक मुख्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।

रामदीन पुरवा निवासी सरस्वता की मौत लगभग 3 माह पूर्व हो चुकी है। इसी तरह इसी गांव के जवाहर की भी मौत हो चुकी है।

लंबौआ गांव में माता प्रसाद पांचू की मौत 2 माह पूर्व हुई है। उनका लड़का बिरेंद्र कुमार मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए चक्कर लगा रहा है।

इतना ही नहीं  इसी तरह पूरेकारी निवासी राजेश कुमार निसार अहमद छतौनी के सत्येंद्र कुमार बख्तावर संतराम सहित लगभग 70 लोगों की मौत हो चुकी है।

इनके परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ग्राम पंचायत सचिव और ब्लॉक मुख्यालय के चक्कर लगाकर थक गए।इसी तरह जन्म प्रमाण पत्र के लिए भी ग्रामीण भटक रहे हैं।

फिर भी उन्हें जन्म जब प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी सिद्धौर यशोवर्धन सिंह का करना है लगभग 3 माह से मृत्यु प्रमाण पत्र और जन्मपत्री प्रमाण पत्र की साइड

काम न करने की वजह से ग्राम पंचायत सचिव ग्रामीणों को मृत्यु और जन्म प्रमाण पत्र जारी नहीं कर पा रहे हैं।

की जानकारी जिले के उच्च अधिकारियों को भी है।