हैदरगढ़ की राम लीला देखने के लिए दर्शकों की उमड़ी भीड़
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-राकेश पाठक
हैदरगढ़ , बाराबंकी
हैदरगढ़ नगर में हो रही 15 दिवसीय रामलीला मंचन में मंगलवार को लंका दहन की लीला का मंचन किया गया। सीता की खोज में निकली वानर सेना समुद्र के किनारे पहुँची।
वहाँ पड़ा जटायु का भाई सम्पाती ने वानर सेना देखकर कहा कि मैं काफी दिनों से भूखा हूँ। आज भगवान ने मुझे कॉफी आहार दिया है। मै पेटभर खा लूंगा इतने ने वानर सेना परेशान हो गई।
तब जामवंत ने कहा कि एक जटायु था जिसने माता सीता के लिये रावण से लड़कर अपने प्राण त्याग दिये जटायु का नाम सुनते ही सम्पाती ने कहा आप लोग मुझसे डरे नहीं जटायु मेरा भाई था , मुझसे पूरी बात बताये मेरे भाई के बारे में।
तब वानर सेना ने बताया कि हम लोग माता सीता की खोज में निकले है। जटायु को रावण ने मार दिया है। उसने राम जी की गोद में अपने प्राण त्याग दिये है। तब सम्पाती ने कहा मुझे भी समुद्र के किनारे ले चलो। मैं आपने भाई को श्रद्धांजलि दूंगा और आपकी मदद करूँगा।
फिर हनुमान जी ने लंका की तरफ छलाँग लगा दी जामवंत के कहने पर रास्ते में देवताओं द्वारा भेजी गई सुरसा के मुँह से जाके निकल आये। तब नागों की माता सुरसा ने हनुमान जी को आशीर्वाद दिया फिर हनुमान जी लंका में प्रवेश कर गये।
उनकी मुलाकात पहले विभीषण से हुई उनके बताये रास्ते पर हनुमान जी अशोक वाटिका पहुँचते है जहाँ पर उन्होंने माता सीता से मुलाकात की और माता सीता के कहने पर अशोक वाटिका में फल तोड़ के खाने लगे। वहाँ के राक्षसों के रोके जाने पर हनुमान जी ने राक्षसों को खूब मारा।
राक्षस भाग कर रावण के पुत्र अक्षय कुमार को ले कर आये। हनुमान जी ने अक्षय कुमार को मार गिराया। फिर मेघनाथ आया उसने आपने ब्रम्हफास से हनुमानजी को बंदी बना कर रावण के समीप दरबार मे उपस्थित किया और हनुमान की पूंछ में आग लगा दिया गया।
हनुमानजी ने अपनी पूंछ से पूरी लंका में आग लगा दी। फिर समुद्र में अपनी पूंछ की आग बुझा कर वापस आ गये। सीता जी द्वारा दी गयी चूड़ामाणी हनुमान ने भगवान राम को दी। फिर भगवान ने लंका के ऊपर चढ़ाई शुरू कर दी।
समुद्र किनारे भगवान राम ने शिवलिंग की स्थापना के लिए रावण को बुलवाया और शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा कराई रावण ने आशीर्वाद दिया राम इस युद्ध में आपकी ही विजय होगी। लीला का मंचन बहुत ही विस्तार के साथ क्षेत्रीय कलाकारों द्वारा की गई।
हनुमान का किरदार करने वाले गंगा शंकर पांडे की दर्शकों ने बहुत सराहना की। आज मेले में बहुत भीड़ रही। प्रबंधक पुरूषोत्तम नारायण अग्रवाल , व्यवस्थापक राजेश अग्रवाल (राजू) , उदय अग्रवाल , शिव नारायण अग्रवाल ,
ओम प्रकाश अग्रवाल , माधव अग्रवाल , आशीष अग्रवाल , अनूप अग्रवाल , शिवम जैन , धप्पन अग्रवाल , महेश अग्रवाल , राम मिश्र , विनय अग्रवाल , रामु द्विवेदी पंकज सभासद आदि सभी सदस्य एवं कार्यकर्ता देख रेख में लगे रहे।