एसडीएम ने किया तलहटी गाँवों का निरीक्षण
न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-सचिन गुप्ता
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी
सरयू नदी में बनबसा बैराज द्वारा लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी की तलहटी में बसे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई।
नदी का जलस्तर जैसे जैसे बढ़ रहा है वैसे वैसे ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। प्रशासन द्वारा लोगों को बढ़ते जलस्तर के प्रति आगाह किया गया।
ग्रामीणों को अपने परिवार और जानवरों के साथ ऊंचे स्थानों पर निकलने के लिए कहां गया साथ ही उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया गया।
घाघरा में आने वाली इस बेमौसम बाढ़ से ग्रामीण अपनी फसलों को लेकर काफी चिंतित हैं। सोमवार की रात को नेपाल के बनबसा बैराज से लगभग 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
जिसकी तबाही से नदी की तलहटी में बसे गांव के लोगों को बचाने के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
मंगलवार को उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर सुरेंद्र पाल विश्वकर्मा ने लेखपाल अजय रावत विकास मिश्रा आदि राजस्व व पुलिस टीम के साथ क्षेत्र के सनावा टेपरा सहित कई गांव का दौरा कर स्थिति का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने लोगों से बाहर ऊंचे स्थानों पर जानवरों सहित बसने का आग्रह किया। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा आपकी हर संभव मदद की जाएगी।
वहीं क्षेत्र के सभी गांव निगरानी के लिए लेखपालों को लगाया गया।
तहसील क्षेत्र के सरदहा ढकवा सिरौली गुंग नामी पुर सिरौली गोबराहा कोठीडीहा बबूरीहा भवरीकोल कोठारीगौरिया तेलवारी सनावा कुम्हारनपुरवा टेपरा सहित करीब दो दर्जन गांव इस असमय आने वाली बाढ़ में प्रभावित होंगे।
इन गांवों में इस समय धान व गन्ने की फसल तैयार हो चुकी है जो इस बार से पूरी तरह तबाह हो जाएगी। इस संबंध में उप जिला अधिकारी सुरेंद्र पाल विश्वकर्मा ने बताया की नेपाल के द्वारा छोड़े गए पानी से ग्रामीणों को बचाने के लिए अलर्ट कर दिया गया है ।
साथ ही राजस्व टीमों को गांव में तैनात कर स्थिति पर नजर बनाये रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।