बाढ़ से पढ़ाई एवं दवाई की व्यवस्था हुई पूरी तरह से चौपट

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-सचिन गुप्ता
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी
सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे नदी की तलहटी में बसे लगभग सभी गांव डूब चुके हैं। गांवों में बने अस्प्ताल व स्कूलों में पानी भर जाने से पढ़ाई एवं दवाई की व्यवस्था चौपट हो गई।

हजारों बीघे धान व गन्ने की फसल डूब गई। जिससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसान काफी परेशान है। राजस्व विभाग बाढ़ से बचाव के कार्य में लगा हुआ। गांवों में नावों का समुचित प्रबंध किया जा रहा है।

खाने की समस्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा लंच पैकेट वितरण की व्यवस्था कराई जा रही। रामनगर तहसील क्षेत्र के ग्राम नामीपुरसिरौली से लेकर सिरौलीगौसपुर के कोठरीगौरिया तक लगभग 3 दर्जन गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए।

असमय आयी इस बाढ़ में ग्रामीणों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। खेतों में खड़ी धान व गन्ने की फसल डूब चुकी है। जिससे ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई क्षेत्र के नामीपुरसिरौली ढेकवामाफी परसा सरदाहा तेलवारी

सनावा सिरौलीगुंग कोठीडीहा गांव के परिषदीय विद्यालय बाढ़ के पानी से डूबे हुए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा इन विद्यालयों की समीक्षा के उपरांत बच्चों की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिए गए हैं।

गोबराहा में बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी पूरी तरह से बाढ़ में डूब गया है। जिससे क्षेत्र के लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई। गांव में लगे हैंडपंपों के पानी में डूब जाने से स्वच्छ पेयजल की समस्या भी खड़ी हो गई।

ढकवा माफी के ग्रामीण प्रभात सिंह व रामबरन ने बताया उनकी धान व गन्ने की फसलें पूरी तरह से पानी में डूब कर बर्बाद हो गई पशुओं के चारे की समस्या आ रही है। घर में रखा चारा भूसा भीग गया है। प्रशासन द्वारा अब तक कोई उचित व्यवस्था नहीं की गयी।

इस संबंध में तहसीलदार शशि कुमार त्रिपाठी ने बताया की जरूरतमंदों को लंच पैकेट का वितरण किया जा रहा है। जल्द ही राहत सामग्री का वितरण भी करवाया जाएगा। ऊंचे स्थानों पर लगे हैंडपंपों को ठीक कराया जा रहा है ।

नावों का उचित प्रबंध किया गया है।पानी साफ करने के लिए क्लोरीन की दवाओं का वितरण कराया जा रहा है।बीमारों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों को लगाया गया जो जांच कर दवा वितरण करेगी।