अपने ही बनवाए गए भवन की नगर पंचायत सिद्धौर प्रशासन कर रहा है उपेक्षा

न्यूज 22 इंडिया
रिपोर्ट-रणविजय सिंह
बाराबंकी उत्तर प्रदेश
जनपद की नगर पंचायत सिद्धौर में लगभग 13 वर्ष पूर्व सामुदायिक केंद्र का निर्माण प्रशासन द्वारा लाखों रुपए खर्च कर करवाया गया था।

जो उपेक्षा का शिकार है। समुदायिक केंद्र खंडहर में तब्दील हो गया है। इतना ही नहीं नगर पंचायत प्रशासन द्वारा पूरे नगर पंचायत का कूड़ा इसी समुदायिक केंद्र के बाहर डाला जा रहा है।

नगर पंचायत सिद्धौर के पूरे  लम्बौआ वार्ड में लगभग 13 वर्ष पूर्व प्रशासन द्वारा 17 लाख रुपए से अधिक की लागत से समुदायिक केंद्र का निर्माण इस उद्देश्य से कराया गया था।

कि नगर पंचायत में होने वाले शादी विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यक्रमों को इसी समुदायिक केंद्र में संपन्न कराया जाएगा। लेकिन यहां की हालत बहुत ही बदतर हो चुकी है। समुदायिक केंद्र में लगे पंखे ट्यूबलाइट खिड़की पल्ला आदि गायब हो चुके हैं।

इसके अलावा नगर पंचायत प्रशासन द्वारा नगर पंचायत में जो भी कूड़ा इकट्ठा होता है वह इसी सामुदायिक केंद्र के बाहर डाला जाता है। जिसके चलते इस रास्ते से भी गुजरना बड़ा ही मुश्किल भरा होता है।

क्योंकि काफी मात्रा में कूड़ा फेंकने के कारण बहुत ही खराब दुर्गंध आती है। स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत नगर पंचायत प्रशासन से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

इतना ही नहीं लाखों खर्च कर बनाया गया उक्त भवन का 13 वर्षो में एक भी बार नगर की जनता उपयोग न ही कर सकी।अधिशासी अधिकारी सिद्धौर पंकज श्रीवास्तव का कहना है सामुदायिक केंद्र की हालत पहले से ही जर्जर थी।

लेकिन उसके आसपास कूड़ा डालने की जानकारी मुझे नहीं है। यदि ऐसा है तो सामुदायिक केंद्र के पास से जो भी कूड़ा फेंका गया है उसे हटवाया जाएगा।

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