लवकुश हत्याकांड का हुआ खुलासा हत्यारों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

न्यूज 22 इंडिया
फ़तेहपुर, बाराबंकी
मृतक को मत्स्य समिति का सदस्य बनाकर खुद अध्यक्ष बनना चाह रहे थे हत्यारे, बात नहीं बनी तो शराब पिलाकर कर दी निर्मम हत्या, और नहर में शव फेक कर हुए फरार, पुलिस ने तीनों हत्यारों को गिरफ्तार कर भेजा जेल।
ज्ञात हो, कि बीते 5 जनवरी को लापता हुए लवकुश कश्यप की पत्नी ने 9 जनवरी को कोतवाली फतेहपुर पर पति की गुमशुदगी दर्ज कराई जिसमें 28 जनवरी को किरन के द्वारा गांव के पवन वर्मा पुत्र ओमकार, नरेंद्र कश्यप पुत्र छोटेलाल, व राजेंद्र यादव पुत्र रामाधार के विरुद्ध पति के अपहरण की सूचना दी गई थी।
जिसके बाद पुलिस ने अपहरण की धारा बढ़ाते हुए कार्यवाही शुरू की जिसके बाद 24 जनवरी को बीबीडी थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिला। जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने अज्ञात होने के चलते शव दाह संस्कार कर दिया।
बीते रविवार को मृतक की पत्नी किरन के द्वारा उसकी पहचान अपने पति लवकुश के रूप में की गई। जिसके बाद पुलिस द्वारा मुकदमें में हत्या की धारा को बढ़ाते हुए अभियुक्त पवन वर्मा, नरेंद्र कश्यप, राजेंद्र उर्फ बंटी यादव को बेलाहरा रोड कोल्ड स्टोर के पास से गिरफ्तार कर लिया।
अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक का आधार कार्ड, बैंक पासबुक, एवं घटना में उपयोग की गयी मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया, कि लवकुश मत्स्य जीवी सहकारी समिति नाऊहार का उपाध्यक्ष था और समिति के समस्त कागजात उसी के पास थे,
पवन वर्मा इस समिति का सचिव था, जो दूसरी समिति का गठन कर अभियुक्त को सदस्य बनाते हुए अध्यक्ष बनना चाह रहा था। जिसके लिए मृतक लवकुश के कागजात ना देने पर पवन ने नरेंद्र व राजेंद्र को साथ मिलाकर 5 जनवरी को लवकुश का अपहरण कर शराब पिलाते हुए सीतापुर के चतुराबेहड़ गांव के पास हत्या कर शव नहर में फेंक दिया था।
पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायालय भेज दिया। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडे, निरीक्षक राम नरेश यादव,
उपनिरीक्षक सतीश कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल सुंदर यादव, अमित कुमार सिंह, हरेंद्र बहादुर सिंह व कांस्टेबल योगेंद्र यादव ज्ञानेंद्र कुमार, राहुल सिंह आदि शामिल रहे।
रिपोर्ट-सचिन कुमार