समूह की महिलाओं ने शुरू किया केमिकल मुक्त सब्ज़ी का उत्पादन
न्यूज 22 इंडिया
रामसनेहीघाट बाराबंकी।
किसान के पशुओं को कीटों से बचाने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने पेस्टिसाइड डॉग बाजार आईपीएम किट अपनाकर जहां हजारों रुपए की बचत कर ली वही केमिकल मुक्त सब्जी का उत्पादन शुरू कर दिया है।
जिलाधिकारी अविनाश सिंह के निर्देश पर कृषि विभाग द्वारा सादुल्लापुर महिला ग्राम संगठन ममता की महिलाओं को आइपीएम (एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन) विधि से कीटों का मारने का प्रशिक्षण दिया गया। जिसके बाद इन महिलाओं ने अपने गांव में सबसे पहले भिंडी के खेत में इसका प्रयोग शुरू किया।
आईपीएम विधि के प्रयोग से जहां फसल में लगने वाले कीट आसानी से बगैर किसी कीटनाशक का प्रयोग किए खत्म हो जाते हैं वही कीटनाशक खरीदने पर लगने वाले पैसे की भी बचत होती है।
यही नहीं इन सब्जियों में किसी पेस्टिसाइड दवाइयों का प्रयोग ना होने के कारण जहां यह पूरी तरह से स्वास्थ्यवर्धक होती हैं वही पर्यावरण भी पूरी तरह से स्वच्छ रहता है।
ब्लॉक मिशन प्रबंधक सूर्य त्रिपाठी बताते हैं कि आईपीएम के माध्यम से उत्पादित की गई सब्जियां बाजार में हाथों हाथ महंगे दामों पर बिक जाती हैं। ममता ग्राम संगठन की अध्यक्षा मीरा व रामकली बताती हैं कि बगैर पेस्टिसाइड दवाओं के प्रयोग के पैदा हुई
इन सब्जियों की काफी मांग रहती है जिसे देखकर अन्य स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी इसको अपनाने के लिए उनसे जुड़ रही हैं।
रिपोर्ट-शिवशंकर तिवारी